नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलते लगभग सभी प्रकार के व्यवसाय त्रस्त रहे लेकिन भारतीय बासमती चावल की खुशबू इस दौरान पूरे विश्व में फैली। कोरोनावायरस के चलते हुए लोक डाउन के दौरान भारतीय बासमती चावल का निर्यात गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 5 फ़ीसदी बढा है। यह आंकड़े 15 मार्च 2020 से 22 जून 2020 तक के हैं। इसके बाद भारत से निर्यात होने वाला दूसरा सबसे प्रमुख निर्यात सामान भैंस का मांस है। लेकिन इस दौरान भैंस के निर्यात में गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले करीब 60 फीसदी गिरावट आई है जबकि भारतीय बासमती चावल का निर्यात 5 फ़ीसदी बढ़ा है। इससे स्पष्ट हो रहा है की पूरी दुनिया में भारतीय बासमती चावल अपनी उत्तम गुणवत्ता के चलते अपनी पहचान बना चुका है और इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। जैसे ही भारतीय बासमती चावल की वैश्विक मांग बढ़ने लगी है वैसे ही बासमती चावल का भंडार करने वाले स्टॉकिस्ट और मिलर्स के पास इसका भंडार कम होने लगा है। गौरतलब है कि नए बासमती की फसल अक्टूबर मध्य तक आने की संभावना है और इसको देखते हुए लगता है कि भारतीय बासमती चावल की कीमतें एक दायरे से निकलकर मजबूती की ओर बढ़ेगी।
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Friday, July 10, 2020
लॉकडाउन के दौरान देश से बासमती चावल का निर्यात 5% बढ़ा, आगे तेजी की संभावना
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