जयपुर। आरबीआई द्वारा यस बैंक के एमडी राणा कपूर का कार्यकाल नहीं बढाया गया। इससे कंपनी के शेयर में भारी गिरावट आई। बाजार और फाईनेंस कंपनियों में गिरावट ने भी यस बैंक की गिरावट में और तेजी ला दी। हालांकि कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार पोजिशन में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में निवेशक रोज गिर रहे यस बैंक को लेकर पशोपेश में हैं कि आखिरकार कंपनी के शेयर को खरीदे यां नहीं या फिर खरीदें तो कहां?
लोंग टर्म चार्ट पर देखने से पता चलता है कि कंपनी को 180 रुपये के आस-पास अच्छा समर्थन है। ऐसे में जोखिम उठाने वाले निवेशक कंपनी के शेयर में 180 रुपये पर खरीद कर सकते हैं। गौरतलब है कि यस बैंक में जून 2018 के आंकडों के अनुसार सबसे ज्यादा हिस्सेदारी 42.52 प्रतिशत विदेशी संस्थागत निवेशकों की है। वहीं कंपनी में म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी 11.56 प्रतिशत और इंशोरेंस कंपनी की हिस्सेदारी 13.19 प्रतिशत है। गौरतलब है कि कंपनी में वायदा की बडी पाॅजिशन बनने से गिरावट गहरा रही है। ऐसे में दीर्घावधि पोर्टफोलियो के निवेशकों को कंपनी के शेयर में 180 रुपये पर प्रवेश करना चाहिए।
कारोबार टूडे रिसर्च
नोटः इस शेयर में कारोबार करने से पूर्व शेयर कारोबारियों और निवेशकों को पंजीकृत निवेश सलाहकारों से सलाह लेनी चाहिए।
No comments:
Post a Comment