जयपुर। आज से करीब 10 साल पहले निर्मल कोटेचा नाम के शख्स ने पिरामिड साइमिरा थियेटर लिमिटेड के शेयर में ऐसी कृत्रिम तेजी लाई की कंपनी का शेयर 533 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। जब मार्केट में कृत्रिम तेजी का खुलासा हुआ और निर्मल कौटेचा द्वारा कंपनी के शेयर बेचने शुरू किये तो कंपनी का शेयर टूटता हुआ 23 फरवरी 2011 को 5.29 रुपये आ गया।
सेबी ने लगाया बैन: शेयर बाजार नियामक सेबी ने निर्मल कोटेचा पर 1 वर्ष और षिवगुरूनाथन पर 3 वर्ष का बैन लगाया है। इस बैन के तहत दोनों प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी प्रकार से सिक्योरिटी मार्केट में खरीद, बेचान और कारोबार नहीं कर सकते हैं और ना ही उक्त अवधि तक किसी भी लिस्टेड कंपनी में निदेशक के पद पर आ सकते हैं।
ऐसे हुआ घोटाला: निर्मल कौटेचा नये आईपीओ में लिस्टिंग के दिन भारी मात्रा में शेयर खरीदता था और नियमित रूप से शेयर खरीदता जाता था । निर्मल कोटेचा पर रिसर्ज माईन्स के शेयर में भी सट्टेबाजी का आरोप है। पिरामिड साइमिरा में निर्मल कोटेचा नोन एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर था और प्री आईपीओ 41. 92 प्रतिशत हिस्सेदारी थी जबकि प्रवर्तक के पास सिर्फ 27. 32 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शिवगुरूनाथन कंपनी का सीएफओ था और उस पर कंपनी के अकाउंट्स में घालामेली करने का आरोप था। सेबी में निर्मल कौटेचा ने सफाई प्रस्तुत की उसने ओपन मार्केट में 226554 शेयर 334.27 रुपये के भाव से शेयर खरीदे थे और फिर गिरावट पर 250 रुपये पर 1370000 शेयर बेच दिये। कुछ भी हो इस मामले में निवेशकों को काफी नुकसान हुआ। मार्च 2018 में सेबी ने निर्मल कोटेचा पर 14 साल का बैन लगाया था।
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