नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी एकीकृत पावर कंपनी टाटा पावर ने अपने परिचालन क्षेत्रों में आसपास के समुदायों को सशक्त बनाने के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता के लिए वर्ष 2018 के लिए मध्यम श्रेणी में “तीसरा आईसीएसआई सीएसआर एक्सिलेंस अवॉर्ड” प्राप्त किया।
मुंबई के ताज पैलेस होटल में आयोजित किए गए पुरस्कार समारोह में टाटा पावर की टीम ने कंपनी की ओर से भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्व चेयरमैन श्री जी. एन. वाजपेयी, ब्रिटेन में इंडियन प्रोफेशनल फोरम के प्रेसिडेंट डॉ. मोहन कौल और द इंस्टिट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) के प्रेसिडेंट श्री मकरंद लेले से 2018 के लिए “तीसरा आईसीएसआई सीएसआर एक्सिलेंस अवॉर्ड” ग्रहण किया।
आईसीएसआई का गठन संसदीय एक्ट, कंपनी सेक्रेटीज एक्ट 1980 (1980 के एक्ट नंबर 56) के तहत किया गया है। आईसीएसआई भारत में एकमात्र मान्यता प्राप्त प्रोफेशनल बॉडी है, जो भारत में कंपनी सेक्रेटरीज के प्रोफेशन का विकास करती है और उसे विनियमित करती है।
इस पुरस्कार ने सरकारी सामूहिक दायित्व (सीएसआर) के तहत टाटा पावर के विशेष और उल्लेखनीय योगदान की पहचान की । टाटा पावर को ये पुरस्कार समग्र विकास को बढ़ावा देने, सामुदायिक विकास और सशक्तिकरण के नए-नए तरीके ईजाद करने के लिए दिया गया।
टाटा पावर के सीईओ और एमडी प्रवीर सिन्हा ने कहा, “अपनी शुरुआत से ही टाटा पावर का समग्र विकास में विश्वास रहा है। कंपनी ने संचालन क्षेत्रों में जिम्मेदारी से व्यवसाय करने के लिए स्थानीय समुदाय के साथ करीबी सहयोग से काम किया । स्थानीय समुदाय के विकास के लिए हम स्वास्थ्य, पर्यावरण और जीविकोपार्जन जैसे कई क्षेत्रों में लगातार निवेश कर रहे हैं। आईसीएसआई की तरह के पुरस्कार कंपनी के सीएसआर विभाग को समुदाय और व्यक्तियों को आत्म निर्भर बनाने और बिना किसी बाहरी सहायता के आर्थिक रूप से सबल बनाने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।“
कंपनी के दर्शन के अनुरूप, अपनी सीएसआर पहल के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और साफ-सफाई, जीविकोपार्जन और नौकरी करने की योग्यता, जल, वित्तीय समावेशन और सोशल कैपिटल जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों को बढ़ावा देता रहेगा।
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