रायपुर : वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की अनुषंगी बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी) को पहला रोगी एक वर्ष पूर्व मिला था। तब से अब तक यह छत्तीसगढ़ के लोगों को सेवा दे रहा है और कैंसर के विश्व स्तरीय उपचार को वहन करने योग्य बना रहा है। कैंसर के उपचार की क्षमता वाले पहले सुपर-स्पेशियल्टी हॉस्पिटल के तौर पर बाल्को मेडिकल सेंटर का प्रभाव इसे लोगों से मिले प्रतिसाद और प्राप्त उपलब्धियों में परिलक्षित होता है। यहां पर कैंसर से पीड़ित लगभग 4000 लोगों का उपचार किया गया है, 230 से अधिक रोगियों की रेडिएशन थैरेपी की गई है, 250 से अधिक सर्जरी हो चुकी है और 1000 सफल कीमोथेरैपी हुई है।
बाल्को मेडिकल सेंटर की चेयरपर्सन ज्योति अग्रवाल ने ‘समानुभूति, देखभाल और उपचार’ के साथ कैंसर के इलाज को लोगों के लिये वहन करने योग्य बनाने की इस केन्द्र की प्रतिबद्धता को दोहराया। पिछले वर्ष को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कैंसर के विरूद्ध संघर्ष में हमारा प्रत्येक प्रयास महत्वपूर्ण है। हमारे केन्द्र में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कुराहट लौटनी चाहिये। लेकिन एक बालिका की खुशी हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगी, जो उसने अपने पिता के स्टोमक कैंसर से ठीक होने के बाद व्यक्त की थी।’’
बाल्को मेडिकल सेंटर में 170 बेड हैं, यह 40 विशेषज्ञ चिकित्सकों वाली अत्याधुनिक टर्शरी केयर ऑन्कोलॉजी फैसिलिटी है, जो नया रायपुर, छत्तीसगढ़ में स्थित है और पूरे मध्य भारत में अपने प्रकार की सबसे बड़ी सुविधा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यहाँ मनुष्यों की सबसे बड़ी बीमारी का वहन करने योग्य और विश्व स्तरीय उपचार होता है। वर्तमान में यह मेडिकल, सर्जिकल,रेडियेशन और प्रशामक उपचार समेत भारत में ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में राष्ट्रीय अग्रणी के तौर पर उभर रहा है।
‘रोकथामपरक और उपचारपरक’ स्वास्थ्य सेवा आपूर्ति के प्रयासों को विस्तार देते हुए वेदांता ने बीएमसी को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाया है, जिसके लिये जमीनी स्तर पर कई पहलें की गई हैं, जैसे निशुल्क कैंसर जाँच शिविर और डिजिटल तथा सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाना।
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