राष्ट्रीय, टाटा पावर क्लब एनर्जी ने 'आई लीव सिम्पली मूवमेंट' के साथ सहयोग किया है। हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ़ अल्टरनेटिव्ज लदाख (एचआईएएल) ने यूनाइटेड नेशंस एनवायरनमेंट प्रोग्राम, इंडिया (यूएनईपी) के साथ मिलकर इस अभियान को शुरू किया है। नामचीन शिक्षा सुधारक और इंजीनियर सोनम वांगचुक इस अभियान का नेतृत्व कर रहे है। आज नयी दिल्ली में सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में हुए एक विशेष समारोह में यूनाइटेड नेशंस के उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में इस अभियान को औपचारिक रूप से शुरू किया गया। इस अवसर पर शिक्षा, कॉर्पोरेट्स इन क्षेत्रों और एनजीओज् के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
व्यक्तिगत स्तर पर परिवर्तन लाने के लिए प्रयास कर रहे इस नेक काम के जरिए पर्यावरण के अनुकूल जीवन को बढ़ावा देना इस साझेदारी का उद्देश्य है। इस अभियान को पहले से ही भारी सराहना और लोकप्रियता मिल रही है, 2020 तक उत्सर्जन में लक्षणीय गिरावट लाते हुए 'सिटी चैप्टर्स' का उपयोग करने की योजना है। लोगों को अपने खाने, यात्रा और ऊर्जा खपत की आदतों में सुधार करने का संकल्प दिलाकर, लोगों के दृष्टिकोण में बदलाव लाने का कंपनी का लक्ष्य है।
टाटा पावर के एमडी और सीईओ प्रवीर सिन्हा ने कहा, "टाटा पावर में हमारा दृढ़ विश्वास है कि विकासशील वित्तव्यवस्था के लिए वृद्धि और विकास जरुरी है लेकिन वो चिरस्थायी हो और उससे पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव पड़ता हो। व्यक्तिगत स्तर पर बदलाव को बढ़ावा देकर हम आशा करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग जिम्मेदारी से काम करेंगे जो जलवायु परिवर्तन को कम करने की दिशा में एक छोटा सा योगदान होगा। इस अभियान में हमारे साथ सहयोग करने के लिए हम एचआईएएल के आभारी हैं।"
सोनम वांगचुक ने बताया, “बूंद बूंद से ही सागर बनता है। मैं प्रत्येक व्यक्ति से अनुरोध करता हूं कि इस आंदोलन का हिस्सा बने और दिखा दे कि कैसे व्यक्तिगत स्तर पर की गयी कृति से पृथ्वी को हराभरा बनाया जा सकता है।"
आईलीवसिम्पली प्रतिज्ञा को अधिकृत वेबसाइट या ऐप पर लिया जा सकता है। यह अभियान टाटा पावर के सभी प्लांट्स और कार्यालयों पर भी चलाया जाएगा, टाटा पावर के कर्मचारी अपने आप को रजिस्टर करके प्रतिज्ञा ले सकते हैं। ली गई प्रत्येक प्रतिज्ञा के लिए एक डॉलर का मूल्य वेबसाइट पर असाइन किया जाएगा, जो कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के संदर्भ में जलवायु परिवर्तन से संबंधित है।
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