जयपुर। सोयाबीन वायदा (मई) ने अपने 200 दिनों के साप्ताहिक एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज के पास 3590 पर समर्थन लिया है और अंतरराष्ट्रीय बाजार से सकारात्मक संकेत लेते हुए एक शानदार रिकवरी दिखाई है। आगे बढ़ते हुए, हम 3840-3860 के स्तर तक बढ़त देख सकते हैं। हाल में चीन ने उत्तरी अमेरिका से बड़ी मात्रा में सोयाबीन खरीद के स्टॉक किया है और पूरी दुनिया के सबसे बड़े आयातक चीन की ओर से आगे भी खरीद जारी रहने की उम्मीद है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते वैश्विक मार्केट में सोयाबीन की कीमतें 11 महीने के निम्न स्तर तक आ चुकी है और इसका फायदा उठाते हुए चीन ने सोयाबीन की खरीद शुरू कर दी है। इस सप्ताह यूएस सोयाबीन के 3 शिपमेंट चीन पहुंच रहे हैं। ऐसे में सोयाबीन की कीमतों को निचले स्तरों पर समर्थन मिलना शुरू हो गया है।
सरसों मई वायदा में ₹4055 के स्तर पर खरीदारी की सलाह है। ऊपर में यह वायदा ₹41 से 41 से ₹20 के स्तर छू सकता है। 1 मई से गुजरात स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड द्वारा सरसों की एमएसपी पर खरीद शुरू हो रही है। सरसों की एमएसपी 4425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है जो कि गत वर्ष से ₹255 अधिक है। यह कदम उन किसानों को राहत देगा जो लॉक डाउन के चलते अपनी फसल की बिक्री नहीं कर पाए हैं। सोया ऑयल कुल ₹775 पर समर्थन मिलने की संभावना है और आगे यह ₹795 के स्तर छू सकता है। अमेरिका में क्रूड आयल में निचले स्तरों पर खरीदारी लौटने से अन्य कमोडिटी को भी सहारा मिला है। क्रूड पाम ऑयल मई वायदा में ₹615 पर समर्थन दिख रहा है और यह बाद में ₹628 तक जा सकता है। क्रूड पाम ऑयल के निर्यातक वर्तमान स्तर पर खरीद के प्रति उत्साहित लग रहे हैं और निचले स्तरों पर खरीदारी का मन बना चुके हैं। वही क्रूड पाम आयल का वायदा ओवरसोल्ड जोन में चल रहा है और यहां से रिकवरी दिख रही है।
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